A REVIEW OF वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

A Review Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

A Review Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

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आप चाहे तो मोहिनी वशीकरण यंत्र का प्रयोग कर सकते है.

किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. दूसरा, किसी अनुभवी गुरु या ज्योतिषी से सलाह लें. वशीकरण एक जटिल विद्या है और इसे गलत तरीके से करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं. तीसरा, धैर्य रखें. वशीकरण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. इसके लिए समय और अभ्यास की आवश्यकता होती है.

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मोहिनी देवी (अमुक) वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।

इस प्रकार अगले सात दिनों तक लगातार पूजा और जप करें। इस पूजा के लिए लाल आसन पर बैठें और खुद भी लाल वस्त्र पहनें।

बिजनेस में सफलता और नए अवसर प्राप्त करने के लिए।

मेरी समझ में तो आपको दूसरी रीति पसन्द आवेगी। इसमें समय मी अधिक न लगेगा और अनुभव प्राप्त करने check here में किसी प्रकार की हानि की भी संभावना नहीं है। इस तरह ‘मंत्र विद्या’ में जो साधन आदि प्राचीन आचार्यों ने निश्चय करके अद्भुत रूप में विश्व के सामने प्रकट किये हैं। उनके अनुसार काम करने से हमें सहज ही में सफलता मिल सकती है।

तिलक काठी में निकलू घर से मोहे सकल संसार

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

वशीकरण मंत्र के नैतिक मान्यता संबंधी मामलों में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक मत हैं। कुछ लोग इन्हें स्वाभाविक और नैतिकता का हिस्सा मानते हैं और उनका उपयोग नैतिक तत्वों के संरक्षण और धार्मिक साधना का एक तरीका समझते हैं। वे सत्य, धर्म, और न्याय के मान्यताओं के साथ मंत्रों का उपयोग करते हैं। दूसरे लोग इन्हें अज्ञान और अनैतिकता का प्रतीक मानते हैं और इनका उपयोग नैतिकता की प्रतिबद्धता और स्वतंत्रता के खिलाफ समझते हैं।

आप पाने व्यवहार से किसी को भी अपना बना सकते है। जहां व्यवहार कार्य नहीं करता वहां तंत्र कार्य कर सकता है।

यह मंत्र बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इसकी सिद्धि से सभी सांसारिक इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं। जप करने से पहले किसी योग्य तांत्रिक से परामर्श अवश्य लें और उसकी सलाह से जप की संख्या के संबंध में संकल्प लें। जप के बाद निम्नलिखित मंत्र से देवी की स्तुति करें-

ॐ नमो अरिहताणं। अरे अरिणी मोहिनी। ‘अमुकी’ मोहय मोहय स्वाहा।

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